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न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (जालंधर/धर्म)
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हर साल पौष महीने की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को सफला एकादशी मनाई जाती है। इस वर्ष सफला एकादशी 7 जनवरी दिन रविवार को आ रही है। एकादशी तिथि पर लोग जगत के पालनहार भगवान विष्णु की विशेष रूप से पूजा-अर्चना करते हैं। इस दिन कई लोग एकादशी का व्रत भी रखते हैं।
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यह मानना है कि सफला एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति का सोया हुआ भाग्य जाग जाता है। वहीं भगवन विष्णु की कृपा से व्यक्ति के धन-धान्य और सुख-समृद्धि में भी अपार वृद्धि होती है। इस दिन साधक श्रद्धाभाव से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। यह भी माना जाता है कि सफला एकादशी का व्रत करने से आपके कार्यों में सफलता मिलती है और इंसान को जीवन के दुखों से छुटकारा मिलता है।
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पूजा के मुहूर्त का समय:
इस वर्ष सफला एकादशी का व्रत 7 जनवरी को आ रहा है। पंचांग के मुताबिक पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 7 जनवरी को सुबह 7:20 से शाम 8:40 तक रहेगा। जबकि पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 9:20 से शाम 6:20 तक रहेगा।
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सफला एकादशी व्रत में रखें इन बातों का ध्यान:-
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि नित्यकर्म से मुक्त होकर घर के मंदिर में दीप प्रज्जवलित करें। इसके बाद भगवान विष्णु को गंगा जल से अभिषेक कराकर उन्हें पीले वस्त्र धारण कराएं। पूजा के दौरान उन्हें हल्दी, चंदन, दीप, धूप अर्पित करें। प्रसाद में तुलसी की पत्तियां जरूर चढ़ानी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि बिना तुलसी के भगवान विष्णु भोग ग्रहण नहीं करते है। इस दिन भगवान विष्णु को खीर, फल और मिठाई का भोग लगाना चाहिए। ध्यान रहे कि भगवान विष्णु को सात्विक चीजों का ही भोग लगाएं। अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें। भगवान विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा भी करें।
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व्रत पर क्या ना करें:-
- इस दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए
- भोजन में लहसुन-प्याज का सेवन न करें
- इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए
- व्रती को इस दिन किसी के प्रति मन में बुरे विचार नहीं लाने चाहिए
- मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए
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