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न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (विदेश/विज्ञान)
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विदेश: आज के वैज्ञानिक युग में दुनिया का हर देश वैज्ञानिक रूप से तरक्की कर रहा है। आज के युग में दुनिया के हर देश के वैज्ञानिक नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। अब इसी बीच जापान ने एक ऐसा सैटेलाइट बनाया है, जो लकड़ी का है। अब वैज्ञानिक इस लकड़ी से बने सैटेलाइट को जल्द अमेरिकी रॉकेट से लॉन्च करके स्पेस में भेजने वाले हैं। इस लकड़ी से बने सैटेलाइट को स्पेस में भेजने की तैयारियां कर ली हैं।
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वैज्ञानिकों के अनुसार यह सैटेलाइट मैगनोलिया पेड़ों की लकड़ी से बना है, जो लकड़ियों में सबसे मजबूत पाई गई है। साइंटिस्टों का मानना है कि इस सैटेलाइट को मैगनोलिया लकड़ी से इसलिए बनाया गया है क्योंकि अंतरिक्ष में ऑक्सीजन नहीं होती, जो लकड़ी को गला सकती है। इस लकड़ी वाले सैटेलाइट के नमूने पहले इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में भेजे गए थे। वहां से धरती पर लाने से पहले एक साल तक परीक्षण हुआ है। इतना ही नहीं वैज्ञानिक यह देखकर हैरान थे कि लकड़ी को कोई नुकसान नहीं हुआ था, वो इस करके क्योंकि स्पेस में ऑक्सीजन नहीं होती।
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एयरोस्पेस इंजीनियरों का कहना है कि पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही सभी सैटेलाइट्स जल जाती हैं। जिसमें से छोटे एल्यूमिना कण बनते हैं। ये कण धरती के ऊपरी वायुमंडल में कई साल तक तैरते रहते है। इतना ही नहीं आने वाले दिनों में इनका असर धरती के पर्यावरण पर भी पड़ेगा। वहीं अगर ये लकड़ी के होंगे तो पूरी तरह नष्ट हो जाएंगे और कुछ भी शेष नहीं बचेगा। जिसके कारण स्पेस में प्रदूषण नहीं होगा।
इसके बाद ही शोधकर्ताओं ने लकड़ी की सैटेलाइट बनाने का फैसला किया था। इसके लिए शुरूआत में अलग-अलग किस्मों की तमाम लकड़ियों की जांच की गई थी, फिर कहीं जाकर मैगनोलिया पेड़ों की लकड़ी को इसके लिए चुना गया। सूत्रों के अनुसार लकड़ी वाले सैटेलाइट का निर्माण क्योटो विश्वविद्यालय और लॉगिंग कंपनी सुमितोमो वानिकी के साइंटिस्ट ने मिलकर किया है।
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