न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (पंजाब/राज्य)
12 फरवरी को चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्री और किसानो की बैठक पर सभी की निगाहें टिकी थी, परन्तु इस बैठक में कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका है। बैठक में किसानों की कई मांगों पर सहमति बन गई थी, लेकिन MSP और कर्ज माफी पर फिलहाल पेंच फंसा हुआ है। ऐसे में किसान अपनी मांगों के लेकर आज दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं। वहीं, दिल्ली और पंजाब से लगते हरियाणा के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं।
किसान आंदोलन को देखते हुए चंडीगढ़ के कई स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। इसके साथ ही स्कूलों में आज होने वाले एग्जाम को स्थगित कर दिया है। इस संबंध में स्कूल प्रबंधन की ओर से अभिभावकों के संदेश पहुंचा दिए गए है।
बैठक के बाद किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि सरकार ने हमें आज कोई नया प्रपोजल नहीं दिया। सरकार अपनी जिद्द पर अड़ी हुई है। वहीं, मजदूर यूनियन नेता स्वर्ण अंग पंढरे ने कहा कि सरकार के साथ विस्तार से बात हर मुद्दे पर चर्चा हुई, लेकिन सरकार का भाव किसानों के हित में नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की मांग को लेकर गंभीर नहीं है. हर मुद्दे पर बातचीत हुई है. उन्होंने कहा कि किसान सरकार से टकराव नहीं चाहते।
किसानों के दिल्ली मार्च को लेकर पंजाब और दिल्ली से लगने वाले हरियाणा के सभी बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दिए गए हैं। बॉर्डर पर कई लेयर बैरिकेडिंग की गई है। हर पल की ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है। इसके साथ ही बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
दिल्ली कूच की तैयारी में किसान, चंडीगढ़ में आज होने वाली बैठक पर अटकी निगाहें
पंजाब: पंजाब सहित कई राज्यों के किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ फिर एक बार आंदोलन छेड़ दिया है। पंजाब के किसान अपनी ट्रेक्टर ट्रॉलियों में अपने रहने खाने का सामान लेकर निकल पड़े हैं। किसानों को आज चंडीगढ़ में होने जा रही किसान नेताओं की केंद्र सरकार के साथ मीटिंग का इंतजार है। उनका कहना है कि अगर बैठक में उनकी मांगों को ध्यान में रखते हुए कोई फैसला न लिया गया तो कल 13 फरवरी को पंजाब के कई जिलों और कोने-कोने से किसान दिल्ली के लिए कूच करेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार इस आंदोलन के लिए आज अमृतसर के ब्यास से किसान फतेहगढ़ साहिब की ओर निकल पड़े हैं। बता दें किसान आज फतेहगढ़ साहिब में इकट्ठे हो रहे हैं। ब्यास से लगभग 300 से ज्यादा ट्रैक्टर-ट्रालियां में किसान अनाज, पानी और बिस्तर साथ लेकर निकल गए हैं। उनका कहना है कि अगर बैठक का कोई नतीजा न निकला तो सारे सामान सहित दिल्ली कूच किया जाएगा।
वहीं पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर काम कहना है कि हम इस संघर्ष की शुरुआत ब्यास से करेंगे। सभी किसान आज फतेहगढ़ साहिब में रुकेंगे। सभी किसानों को किसान मजदूर संघर्ष समिति की तरफ से फतेहगढ़ साहिब में इकट्ठे होने की कॉल दी गई है। किसान नेताओं की तरफ से चंडीगढ़ में शाम को केंद्रीय मंत्रियों से होने वाली मीटिंग के बाद दिल्ली कूच का फैसला लिया जाएगा।
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि आज ब्यास से फतेहगढ़ साहिब की ओर कूच कर रहे हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। दरअसल किसान अपनी मांगों एम.एस.पी. गारंटी कानून, गन्ने को सी200 के साथ जोड़ा जाना , 60 साल की उम्र में 10,000 रुपए प्रति माह को लेकर अड़े हुए हैं।
महासचिव पंधेर ने कहा कि भारत के हर कोने से किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली पहुंच रहे हैं। अधिकतर किसान पंजाब, हरियाणा, बिहार, तमिलनाडु, मधय प्रदेश, राजस्थान से दिल्ली जा रहे हैं। बीते दिन इस आंदोलन को शुरू करने से पहले श्री दरबार साहिब में अरदास करवाई गई थी। वहीं 13 तारीख को देश के किसान नेताओं को दिल्ली में आने का न्योता दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह मोर्चा तब तक रहेगा जब तक केंद्र सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती।
किसानों ने कहा कि 8 फरवरी को भी पंजाब के सी.एम. मान से चंडीगढ़ में बैठक हुई थी। जिसमें कुछ मांगों को लेकर सहमति बनी थी। बता दें किसानों के केस वापिस लेने, नकली बीजों व स्प्रे बनाने वाली कंपिनयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई व अन्य मांगों पर सहमति हुई थी। वहीं किसानों का कहना है कि उनका मेन मुद्दा एम.एस.पी. है जिस पर अभी तक कोई सहमति बनी है। 13 को दिल्ली कूच करने से पहले जो बैठक बुलाई गई है उसमें एम.एस.पी. को लेकर कोई सहमति नहीं बनती है तो वह 13 को दिल्ली कूच करेंगे।