न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (जालंधर/ एजुकेशन)
महानगर के कन्या महा विद्यालय ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक ओर नया आयाम स्थापित करते हुए भारत सरकार की नई शिक्षा नीति के
अनुसार कॉमर्स, इंग्लिश, फिज़िक्स तथा मैथमेटिक्स में पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड प्रोग्राम्स की शुरुआत की है। इस प्रणाली के तहत छात्राओं को मल्टीपल एग्जिट सिस्टम की पेशकश की गई है। तीन साल के बाद छात्राएं बी.ए./बी.एस.सी./बी.कॉम की डिग्री मेजर सब्जेक्टस क साथ हासिल कर सकती हैं। चार साल के बाद छात्राएं ऑनर्स डिग्री प्राप्त कर सकती हैं जबकि पांच साल के बाद मास्टर डिग्री हासिल कर सकती हैं। इससे छात्राओं को अपनी पसंद के अनुसार अपनी डिग्री पूरी करने में मदद मिलेगी क्योंकि जो विद्यार्थी नौकरी चुनना चाहते हैं वे तीन साल के बाद डिग्री हासिल कर रोज़गार के लिए जा सकते हैं जबकि बाद में वह अपनी पोस्ट-ग्रेजुएशन या ऑनर्स की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।
यह कार्यक्रम भारत सरकार की नई शिक्षा नीति के अनुरूप हैं और शिक्षा के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत ढांचे को केंद्र में रखकर तैयार किए
गए हैं। इसके साथ ही विद्यार्थी क्रेडिट सिस्टम में अध्ययन करेंगे जिससे उन्हें विश्व स्तर पर अपने क्रेडिटस जुटाने में मदद मिलेगी। क्रेडिट ट्रांसफर की पूरी प्रक्रिया कागज़ रहित होगी क्योंकि छात्राएं अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिटस (ए.बी.सी.) में रजिस्टर्ड हो रही हैं। विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम के साथ के.एम.वी. के रहे विभिन्न प्रोग्राम तेज़ी से परस्पर जुड़ी दुनिया में छात्राओं को सफलता के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अंतरराष्ट्रीय मानकों और सर्वोत्तम प्रैक्टिसिज़ के अनुरूप अपने कार्यक्रमों को डिज़ाइन करके केएमवी यह सुनिश्चित करता है कि ग्रैजुएट्स के पास एक पूर्ण कौशल सेट हो जो विभिन्न उद्योगों और देशों में रोज़गार के विभिन्न अवसरों की प्राप्ति के लिए कारगर साबित हो। के.एम.वी. एक व्यापक और विविध शैक्षिक अनुभव पर भी जोर देता है, जिसमें छात्राओं को वैश्विक नौकरी बाज़ार के लिए तैयार करती ज़रूरी अवधारणाओं से लैस करने के लिए सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक ज्ञान दोनों को शामिल किया जाता है।
दुनिया भर में मान्यता प्राप्त और सम्मानित पाठ्यक्रम प्रदान करके, यह छात्राओं को अंतरराष्ट्रीय गतिशीलता और उनके चुने हुए क्षेत्रों में शानदार बढ़त के अवसर प्रदान करता है। केएमवी कई प्रतिष्ठित अमेरिकी, यूरोपीय और कनेडियन यूनिवर्सिटीओं और कॉलेजों के साथ विभिन्न सहयोगों, एकेडमिक टाइअप्स एवं स्टूडेंट एक्सचेंज के माध्यम से छात्राओं में वैश्विक दक्षताओं को बढ़ावा देने का प्रयास करता है। केएमवी की चैथम यूनिवर्सिटी, यूएसए, बोस्टनयूनिवर्सिटी, यूएसए, इओटवोस लोरैंड यूनिवर्सिटी, हंगरी आदि के साथ अंतरराष्ट्रीय भागीदारी है और पिछले कुछ वर्षों में छात्राओं ने कई लाभकारी कार्यक्रमों का लाभ भी उठाया है। यह इन अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों का ही परिणाम है कि केएमबी की छात्राओं ने ना केवल अक्सर अंतर्राष्ट्रीय यूनिवर्सिटीओं का दौरा किया है और बल्कि विभिन्न प्रशंसित अमेरिकी यूनिवर्सिटीओं में प्रवेश भी प्राप्त किया है।
विद्यालय की कई छात्राओं को के.एम.वी. बेमिसाल वैश्विक प्रदर्शन के बल पर संस्था द्वारा संचालित असाधारण अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के माध्यम से बोस्टन विश्वविद्यालय, यू.एस.ए. जैसी फॉरेन यूनिवर्सिटीओं में भी प्रवेश मिला है। इसके अलावा केएमवी प्रत्येक प्रोग्राम में 70 प्रतिशत तक स्किल कॉम्पोनेंट की पेशकश भी कर रहा है, जो एक उन्नत पाठ्यक्रम और व्यापक औद्योगिक प्रशिक्षण और इंटर्नशिप द्वारा पूरक है। पेशेवर दुनिया की उभरती मांगों को पहचानते हुए के.एम.वी. ने कक्षा में सीखने और व्यावहारिक ज्ञान के बीच अंतर को खत्म के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया है. इन सभी पहलों का एक मुख्य उद्देश्य छात्राओं के लिए प्लेसमेंट के अवसरों को अधिकतम करना है. उन्हें एक मजबूत कौशल सेट से लैस करके और विभिन्न उद्योगों में अनुभव प्रदान करके के.एम.वी. का लक्ष्य उनकी रोज़गार क्षमता को बढ़ाना और उत्कृष्ट कैरियर की संभावनाएं सुनिश्चित करना है।
कॉलेज छात्राओं को रोज़गार हासिल करने में सहायता कर करती हुए उन्हें व्यावसायिक सफलता की राह पर स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने कहा कि ऑटोनॉमस दर्जा पाने वाला पहला और एकमात्र महिला कॉलेज होने के नाते केएमवी ने
कॉलेजों की उच्च श्रेणी में प्रवेश किया है और नई शिक्षा नीति के साथ शिक्षा में कई सुधार पेश किए हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत और विदेश के शिक्षाविदों और हमारे औद्योगिक भागीदारों ने 21वीं सदी के कौशल के अनुसार विभिन्न प्रोग्रामों के सिलेबस को अपग्रेड करने में हमारी मदद की है और के.एम.वी. ने शिक्षा में सर्वोत्तम मानक का मार्ग खोला है।