न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (जालंधर/एजुकेशन)
जालंधर के डीएवी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग को पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (पीएससीएसटी), चंडीगढ़ द्वारा जिले के स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए तीन दिवसीय नेचर कैंप आयोजित करने के लिए 2 लाख रुपए के अनुदान की स्वीकृति मिली है। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने एक कार्यक्रम ‘नेशनल ग्रीन कॉर्प्स’ तैयार किया था और युवाओं के माध्यम से समाज को प्रभावित करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों में इको-क्लब के गठन को बढ़ावा दिया था।
पीएससीएसटी पंजाब के इको-क्लबों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और एस एंड टी संस्थानों के माध्यम से पर्यावरण शिक्षा कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए राज्य नोडल एजेंसी है। इसने स्कूलों में 5,500 इको-क्लब और कॉलेजों में 100 इको-क्लब स्थापित किए हैं और मिशन लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) को बढ़ावा देने के लिए गतिविधियां शुरू की गई हैं।
प्रकृति शिविर पर्यावरण से संबंधित मुद्दों पर छात्रों और युवाओं को संवेदनशील बनाने के लिए पीएससीएसटी द्वारा संचालित शैक्षणिक पहलों में से एक है। पंजाब में वन्यजीव सेंचुरीज, राष्ट्रीय उद्यानों, वन सेंचुरीज, आर्द्रभूमियों या पारिस्थितिक महत्व के क्षेत्रों में शिविर आयोजित करने के लिए अनुदान स्वीकृत किया गया है। वनस्पति विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ. कोमल अरोड़ा ने हरिके वेटलैंड, जिला फिरोजपुर में प्रकृति शिविर के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसका उद्देश्य छात्रों को प्राकृतिक आवास, पारिस्थितिक संपर्क, हरिके की गतिशीलता, क्षेत्र के लिए प्रमुख खतरों और सरकार की ओर से अपनाई जा रही संरक्षण पहलों के बारे में जागरूक करना है।
युवाओं की शक्ति का दोहन करने और पर्यावरण संवेदीकरण व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए डॉ. अरोड़ा और उनकी टीम जनवरी 2024 में तीन दिनों के लिए शिविर का समन्वय करेगी। डीएवी कॉलेज पीएससीएसटी द्वारा दी गई वित्तीय सहायता के मूल्य को पहचानता है और इस सहयोग के माध्यम से सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए तत्पर रहेगा। साथ ही डीएवी कॉलेज पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (पीएससीएसटी), चंडीगढ़ का इस अनुदान हेतु हार्दिक आभार प्रकट करता है।