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जालंधर: जालंधर के डीएवी कॉलेज आईक्यूएसी और आईआईसी के तत्वावधान में ग्राइंड, शाइन और क्रिएट योर सक्सेस स्टोरी नामक एक ज्ञानवर्धक प्रेरक सत्र का आयोजन किया, जिसमें प्रसिद्ध रिवेलेटर कंवरप्रीत मुख्य वक्ता रहे। वह 14 वर्षों से अधिक के अनुभव वाले मीडिया पेशेवर हैं और वर्तमान में एक समग्र परामर्शदाता, टैरो कार्ड रीडर और वास्तु विशेषज्ञ की अपनी भूमिका बनाए हुए हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को अपनी क्षमता का दोहन करने और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करना था। कंवरप्रीत ने सफलता प्राप्त करने में कड़ी मेहनत और आत्म-विश्वास के महत्व पर शक्तिशाली अंतर्दृष्टि साझा की।
उनकी गतिशील प्रस्तुति शैली ने छात्रों को अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों पर चिंतन करने और चुनौतियों पर काबू पाने के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। अपनी प्रस्तुति के दौरान उन्होंने कहा, “सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है और अपने बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, आपको छोटे लक्ष्य निर्धारित करने होंगे और उन्हें दैनिक आधार पर पूरा करना होगा। आभार डायरी बनाए रखना, विज़न बोर्ड बनाना और आकर्षण का नियम जैसी कुछ बातें निश्चित रूप से आपको सकारात्मक मानसिकता बनाने में मदद करेंगी।”
वहीं प्रिंसिपल डॉ. राजेश कुमार ने डीएवी के पूर्व छात्र कंवरप्रीत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सत्र ने न केवल हमारे छात्रों को प्रेरित किया है, बल्कि उन्हें अपनी शैक्षणिक और व्यावसायिक यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए व्यावहारिक रणनीति भी प्रदान की है। कंवरप्रीत की अंतर्दृष्टि हमारे छात्रों में समग्र विकास को बढ़ावा देने के हमारे दृष्टिकोण से गहराई से मेल खाती है। आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. दिनेश अरोड़ा ने कहा कि हम कंवरप्रीत के बहुत आभारी हैं कि उन्होंने अपना ज्ञान हमारे साथ साझा करने के लिए समय निकाला। उनके शब्द निस्संदेह हमारे छात्रों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने और अपनी सफलता की कहानी बनाने के लिए प्रेरित करेंगे।
इस सत्र में उप प्राचार्य डॉ. एस. के. तुली, आईआईसी के संयोजक डॉ. राजीव पुरी, इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज कुमार और पत्रकारिता विभागाध्यक्ष डॉ. मीनाक्षी, प्रो. सोनिका डॉ. रेणुका मल्होत्रा, डॉ. कोमल अरोड़ा, डॉ. नवजीत शर्मा, डॉ. सीमा शर्मा, डॉ. आशु बहल, प्रो. पूजा, प्रो. राज कुमार, प्रो. रंजीता, प्रो. सुशांत भारद्वाज, प्रो. सदानंद, प्रो. निहारिका, प्रो. शियाना अग्रवाल, डॉ. ईशा, डॉ. वीनस, प्रो. वरुण, प्रो. प्रीति के साथ-साथ इतिहास, मनोविज्ञान, पत्रकारिता, समाजशास्त्र और दर्शन विभाग के विद्यार्थी उपस्थित थे।