Sunday, August 24, 2025
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DAV कॉलेज ने मनाया “विश्व तंबाकू निषेध दिवस”

by News 360 Broadcast

न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट

जालंधर: शहर के डी.ए.वी. कॉलेज की एन.एस.एस. इकाई और रेड रिबन क्लब ने प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार के मार्गदर्शन में सूचनात्मक और जागरूकता से प्रेरित गतिविधियों की एक श्रृंखला के साथ “विश्व तंबाकू निषेध दिवस” मनाया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में शिक्षित करना और इसके उपयोग के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई के लिए प्रेरित करना था। इस वर्ष की थीम, “उज्ज्वल उत्पाद, अंधेरे इरादे”, ने कार्यक्रम के दौरान आयोजित चर्चाओं, प्रस्तुतियों और रचनात्मक जुड़ावों के लिए केंद्र बिंदु के रूप में कार्य किया। कॉलेज भर से बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और विशेष रूप से युवाओं के बीच व्यवहार परिवर्तन की आवश्यकता के बारे में सक्रिय चिंता दिखाते हुए भाग लिया।

वहीं एन.एस.एस. इकाई और रेड रिबन क्लब के प्रभारी प्रोफेसर डॉ. साहिब सिंह ने सभा को संबोधित किया और विश्व तंबाकू निषेध दिवस का संक्षिप्त ऐतिहासिक अवलोकन प्रस्तुत किया। उन्होंने तंबाकू उत्पादों के बढ़ते खतरे पर बल दिया, जिन्हें अक्सर रणनीतिक विपणन के माध्यम से चमकाया जाता है जो स्वास्थ्य पर उनके हानिकारक प्रभाव को प्रभावी ढंग से छुपाता है। उन्होंने कहा, “यह जरूरी है कि युवा पीढ़ी सतर्क रहे और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति प्रतिबद्ध रहे। केवल एक सशक्त और जागरूक युवा ही राष्ट्र की प्रगति में योगदान दे सकता है।”

डी.ए.वी. कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रभारी प्रोफेसर डॉ. सीमा शर्मा ने अपने सम्बोधन में तम्बाकू के उपयोग के बहुआयामी परिणामों पर प्रकाश डाला, न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के संदर्भ में बल्कि सामाजिक धारणा के संदर्भ में भी। तम्बाकू मुक्त समाज को बढ़ावा देने के लिए एकजुट प्रयास का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, “तम्बाकू की लत न केवल बीमारी लाती है, बल्कि सामाजिक अलगाव भी लाती है।” इस आयोजन को कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गुरजीत कौर एवं प्रो. गगन मैदान के सहयोग से ओर समृद्ध बनाया और निवारक रणनीतियों, व्यवहार संबंधी ट्रिगर्स और युवाओं के नेतृत्व वाले जागरूकता अभियानों की भूमिका पर चर्चा की।

कार्यक्रम के एक रचनात्मक खंड में स्वयंसेवकों भवनीत, हरमन, सिमरन और रेंसी ने तम्बाकू विरोधी कलाकृतियां प्रस्तुत कीं, जो इस मुद्दे की तात्कालिकता को उज़ागर करती हैं। उनके योगदान ने कलात्मक संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी की गहरी भावना दोनों को दर्शाया। कार्यक्रम का समापन सभी स्वयंसेवकों द्वारा तम्बाकू के उपयोग से दूर रहने और साथियों और समुदायों के बीच जागरूकता को बढ़ावा देने की शपथ के साथ हुआ। यह पहल स्वास्थ्य शिक्षा, सामाजिक उत्तरदायित्व और राष्ट्रीय कल्याण के प्रति कॉलेज की सतत प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सार्थक कदम है।

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