न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (जालंधर/एजुकेशन)
जालंधर के एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स में चल रहे एनएसएस कैंप के तीसरे दिन का आगाज़ विद्यार्थियों ने बीएड कॉलेज दयालपुर के प्रिंसिपल डॉ विनोद कुमार के निर्देशन में प्राणायाम करते हुए किया। उसके बाद एनएसएस कैंप के विद्यार्थी गांव सलारपुर में गए, वहां सलारपुर गांव की सरपंच मैडम शरणजीत कौर एवं डॉक्टर समीर कंबोज ने एपीजे कॉलेज की टीम का स्वागत किया और उन्होंने एपीजे कॉलेज की एनएसएस कैंप के जनकल्याणकारी कार्यों की सराहना की। विद्यार्थियों ने प्राइमरी स्कूल की दीवारों को पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ पेंट किया गया और स्कूल के विद्यार्थियों के लिए पर्यावरण संरक्षण थीम पर ही पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें स्कूल के विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह एवं जोश से भाग लिया।
कैंप में विद्यार्थियों ने गांव के लोगों को नशों से दूर रहने के लिए और सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए रैली भी निकाली, जिसका उद्देश्य गांव के लोगों को जागरूक करना था ताकि वह नशों से दूर रहे और अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में प्लास्टिक का प्रयोग न करें।विद्यार्थियों ने गांव के लोगों के साथ पर्यावरण संरक्षण के विषय पर बातचीत भी की और उनको समझाया कि कैसे हम पर्यावरण को बचाकर अपनी जिंदगी को सुरक्षित रख सकते हैं।
प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आजकल के विद्यार्थी सारा दिन टेक्नोलॉजी के साथ उलझे रहते हैं एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए जिंदगी में योग को शामिल करना बहुत जरूरी है, इसलिए हमने “संस्पंदन” कैंप के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों के साथ योग को भी शामिल किया है ताकि इसके निरंतर अभ्यास से विद्यार्थी तनाव रहित जीवन जीने की शैली को सीख सके। डॉ ढींगरा ने इस कैंप के निर्विघ्न संचालन के लिए एनएसएस विंग की डीन डॉ सिम्की देव के प्रयासों की सराहना की और उन्हें आने वाले दिनों के लिए शुभकामनाएं भी दी।