
इंजीनियरिंग कॉलेज में सीट न मिल पाना निराशाजनक हो सकता है, लेकिन यह सफर का अंत नहीं है



न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट
जालंधर: आज के युग में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और डेटा साइंस से लेकर साइबर सिक्योरिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक, कुशल पेशेवरों की मांग लगातार बढ़ रही है। शिक्षार्थियों के लिए कंप्यूटर साइंस सबसे लचीले और उच्च-संभावित करियर क्षेत्रों में से एक बना हुआ है- इसके लिए किसी औपचारिक इंजीनियरिंग डिग्री की आवश्यकता नहीं है। 10+2 में आप ने चाहे नॉन-मेडिकल / मेडिकल / कॉमर्स या आर्ट्स पढ़ा हो, तो भी आप कंप्यूटर साइंस के स्पेशल कोर्स- बीसीए और बीएससी आईटी में एडमिशन ले सकते हैं।
जालंधर के डीएवी कॉलेज में बीसीए में 180 सीटें एवं बीएससी आईटी की 80 सीटें उपलब्ध हैं। इन कोर्सेज में एडमिशन पहले आएं-पहले-पाएं के आधार पर एवं पंजाब सरकार के केंद्रीय एडमिशन पोर्टल में मेरिट के आधार पर भरी जाती हैं। DAV कॉलेज में स्टूडेंट्स एवं अभिभावकों की गाइडेंस के लिए विशेष काउंसलिंग सेल का भी गठन किया गया है। बीसीए और बीएससी आईटी दोनों ही तीन साल के कोर्स हैं। इनमें कंप्यूटर साइंस के सभी चलंत विषयों को थ्योरी एवं प्रैक्टिकल मोड में पढ़ाया जाता है।
भारत सरकार की नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत इन कोर्सेज में तीसरे सेमेस्टर में इंटर्नशिप भी कंपल्सरी की गई है। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत ही अगर स्टूडेंट चाहे तो इन्ही कोर्सेज को चौथे साल में भी कंटिन्यू कर सकता है। चौथा साल पूरा करने पर स्टूडेंट को ऑनर्स की डिग्री प्रदान की जाएगी।
प्लेसमेंट्स की अगर बात करें तो डीएवी कॉलेज में बहुत सी बहुराष्ट्रीय कम्पनियां – Infosys, TCS, Wipro, BT, Airtel व अन्य स्टूडेंट की कैंपस प्लेसमेंट के लिए हर साल आती हैं। पिछले साल चुने हुए स्टूडेंट्स को 3 लाख से ले के 9 लाख तक के पैकेज भी मिले हैं। कुल मिला कर BCA और B.Sc. IT इंजीनियरिंग न कर पाने वाले स्टूडेंट्स के लिए एक सुनहरी विकल्प है।
