न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट
जालंधर: अमृतसर की गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी और हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट की गाइडलाइंस के अनुसार पी सी एम एसडी कॉलेज फॉर विमेन के पंजाबी डिपार्टमेंट की अमृता प्रीतम साहित्य सभा ने गुरु नानक स्टडी सेंटर के साथ मिलकर श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत वर्षगांठ को समर्पित कई एक्टिविटीज़ ऑर्गनाइज़ कीं।
इस सीरीज़ की पहली एक्टिविटी “श्री गुरु तेग बहादुर जी का जीवन और दर्शन” विषय पर एक इंटर-क्लास क्विज़ कॉम्पिटिशन था। अलग-अलग क्लास के स्टूडेंट्स ने टीमों में हिस्सा लिया और उनसे गुरु जी के जीवन, शिक्षाओं और दर्शन से जुड़े सवाल पूछे गए। इस कॉम्पिटिशन में टीम B पहले स्थान पर रही, टीम A दूसरे स्थान पर और टीम C तीसरे स्थान पर रही।
दूसरी एक्टिविटी “श्री गुरु तेग बहादुर जी की बाणी में अनित्यता की अवधारणा” विषय पर एक इंटर-क्लास निबंध लेखन प्रतियोगिता थी। इसमें भाग लेने वालों में आशु (B.A. B.Ed सेमेस्टर I) ने पहला पुरस्कार जीता, किरणदीप कौर (B.A. सेमेस्टर I) ने दूसरा पुरस्कार और रमनदीप कौर (B.A. B.Ed सेमेस्टर I) ने तीसरा पुरस्कार जीता। स्टूडेंट्स ने दोनों एक्टिविटीज़ में बड़े उत्साह से भाग लिया।
इसी सीरीज़ को जारी रखते हुए, ‘गुरु तेग बहादुर जी का जीवन और दर्शन’ पर एक सेमिनार ऑर्गनाइज़ किया गया, जिसमें श्रीमती प्रवीण अब्रोल और एस. जतिंदर पाल सिंह मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे। इन एक्टिविटीज़ का मुख्य उद्देश्य स्टूडेंट्स को हिंद दी चादर, श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन, शहादत और विचारधारा से परिचित कराना था।
इस मौके पर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. पूजा पराशर ने बताया कि गुरु तेग बहादुर जी इतिहास के पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी और मानवता, समानता, निष्पक्षता और निस्वार्थ सेवा का संदेश दिया। प्रेसिडेंट नरेश बुधिया, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट विनोद दादा, मैनेजिंग कमेटी के अन्य सम्मानित सदस्यों और प्रिंसिपल डॉ. पूजा पराशर ने इन सार्थक एक्टिविटीज़ को ऑर्गनाइज़ करने के लिए पंजाबी डिपार्टमेंट के प्रयासों की सराहना की।