न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (जालंधर/एजुकेशन)
जालंधर के डीएवी कॉलेज में नए सेमेस्टर के शुभारंभ के अवसर हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। हवन यज्ञ में प्रमुख यजमान के रूप में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार उपस्थित हुए। हवन यज्ञ के उपरांत प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में स्वामी दयानन्द जी के जीवन व शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी जी का स्त्री शिक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान है। आज केवल डीएवी ही नहीं अपितु पूरा राष्ट्र महर्षि दयानन्द जी की 200वीं शताब्दी वर्ष मना रहा है। इस वर्ष 12 फरवरी से 14 फरवरी तक भारत सरकार स्वामी जी को युग पुरुष की मान्यता देते हुए उनके जन्म स्थान टंकारा, गुजरात में राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है।
वहीं सरकार द्वारा दी गई ज़मीन पर डीएवी द्वारा भी उनकी याद में विश्वस्तरीय स्मारक बनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्राचार्य ने सभी को आंमित्रत किया। प्राचार्य ने कहा कि वेदों के संबंध में विश्वगुरु महर्षि दयानन्द जी की अप्रतिम देन है उन्होंने वेद भाष्य कर और हिन्दी में भी अनुवाद करके वेदों को जन-जन तक पहुंचाया। इसके साथ ही उन्होंने हवन यज्ञ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यज्ञ बाहरी वातावरण की शुद्धि के साथ मानसिक शुद्धि भी करता है। उन्होंने नव वर्ष की बधाई प्रेषित करते हुए नए सेमेस्टर के लिए शुभकामनाएं दी।
वेद मंत्रों का उच्चारण करते हुए सभी प्राध्यापकों तथा विद्यार्थियों ने आहुतियां डालकर कॉलेज की उन्नति तथा विश्व कल्याण की प्रार्थना की। पंडित बुद्धदेव शास्त्री के द्वारा वैदिक रीति से हवन यज्ञ विधिवत रूप से संपन्न किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ उप प्राचार्य प्रो. सलिल कुमार उप्पल, रजिस्ट्रार प्रो. कुंवर दीपक, उप-रजिस्ट्रार प्रो. नरेश कुमार, स्टाफ सेक्रेटरी डॉ संजीव धवन, डॉ एसके तुली, प्रो ऋतु तलवाड, अन्य संकाय सदस्य, गैर शैक्षणिक स्टाफ व विद्यार्थी उपस्थित थे।