न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (जालंधर/एजुकेशन)
जालंधर: शहर के एपीजे एजुकेशन एवं विरसा विहार जालंधर के संयुक्त प्रयास से दूसरी वार्षिक राज्य स्तरीय कला प्रदर्शनी 2024 का आगाज़
बड़े ही शानदार ढंग से किया गया। एपीजे एजुकेशन जालंधर अपने संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय डॉ सत्यपाॅल जी एवं एपीजे एजुकेशन की अध्यक्ष डॉ श्रीमती सुषमा पाॅल बर्लिया के पदचिन्हों पर चलते हुए ललित कलाओं के संरक्षण, संवर्द्धन एवं जन-मन तक उन्हें पहुंचाने के संकल्प को साकार करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। एपीजे एजुकेशन की निदेशक डॉ सुचरिता ने दूसरी वार्षिक राज्य स्तरीय कला प्रदर्शनी 2024 के आगाज़ पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस कला प्रदर्शनी का उद्देश्य न केवल उभरते कलाकारों को एक मंच प्रदान करना है ताकि वह अपनी कला का प्रदर्शन एक उच्च स्तरीय मंच पर कर सके बल्कि प्रतिष्ठित कलाकारों की सृजनात्मकता को भी लोगों के सामने लाना है ताकि अन्य कलाकार उनसे प्रेरणा ले सके।
उन्होंने बताया कि इस कला प्रदर्शनी के माध्यम से हमने पेंटिंग,स्कल्पचर, डिजिटल आर्ट ,मिक्सड मीडिया, ग्राफिक डिजाइन एवं फोटोग्राफी के क्षेत्र में निष्णात कलाकारों की कलाकृतियों को आमंत्रित किया है, जिसमें हमें पंजाब राज्य के विभिन्न भागों से 160 कलाकृतियां प्राप्त हुई है। जिसमें से निर्णायकवृंद डॉ जसपाल सिंह एवं बासुदेव बिश्वास ने 78 कलाकृतियों को विरसा विहार जालंधर की प्रदर्शनी के लिए चयनित किया है। इस अवसर पर उन्होंने PKF फाइनेंस कंपनी के डायरेक्टर आलोक सौंधी, ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर विवेक सौंधी, प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा एवं INTACH (The Indian National Trust for Art and Culture Heritage)पंजाब स्टेट कन्वीनर मेजर जनरल सरदार बलविंदर सिंह का हार्दिक अभिनंदन किया।
एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स के संगीत विभाग के विद्यार्थी तनिष्क अरोड़ा ने राग भीमपलासी में “धूम मचाए श्याम ,राधा संग रास रचाए” बंदिश गाकर और सितार पर डॉ सुमित सिंह, तबले पर साहिल एवं हारमोनियम पर सागर ने साथ देकर मंच पर होली के पावन त्यौहार को जीवंत कर सबको आत्मविभोर कर दिया। दूसरी राज्य स्तरीय कला प्रदर्शनी में उत्तम कोटि के कला कार्यों को पुरस्कृत भी किया गया, जिसमें जालंधर की प्रतिष्ठित कलाकार गुरअंजन पाल को उनकी पेंटिंग “चांटिंग” को प्रथम पुरस्कार एवं प्रतिष्ठित डॉ सत्यपाॅल अवार्ड के साथ 21000 रुपए नगद पुरस्कार भी दिया गया। द्वितीय पुरस्कार जालंधर की कलाकार सुखविंदर सिंह को उनकी पेंटिंग “स्पैरो फीस्ट” के लिए सम्मानित किया गया और PKF के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर विवेक सोंधी ने उन्हें ₹11000 का नगद पुरस्कार स्पांसर किया।
तृतीय पुरस्कार लवलीन वर्मा को उनके स्कल्पचर “Verma on Web” पर दिया गया INTACH के पंजाब स्टेट कन्वीनर मेजर जनरल बलविंदर सिंह ने उन्हें 7000/- नगद राशि का पुरस्कार स्पॉन्सर किया। इसके अलावा आठ कलाकारों जालंधर से हरगुण कौर को उनकी पेंटिंग “ब्लू होली सिटी” के लिए लुधियाना से गुरप्रीत सिंह को उनकी पेंटिंग “माइग्रेटिंग पंजाब” के लिए अमृतसर से टीना शर्माको उनके स्कल्पचर “होम” के लिए जालंधर से बल्विन बधन को उनकी पेंटिंग “लॉस्ट सोल्स” के लिए लुधियाना की तरन्नुम गुप्ता को उनकी पेंटिंग “श्रृंगार” के लिए होशियारपुर से सननपाल सिंह को उनके द्वारा बनाए गए पोर्ट्रेट के लिए जालंधर से अनूराधा ठाकुर को उनके स्कल्पचर “3 प्लेट्स” के लिए एवं जालंधर से रोहित कुमार को उनकी पेंटिंग “बियोंड रियलिटी” जैसे अतुलनीय कलाकृतियों के लिए GST होशियारपुर के सुपरिंटेंडेंट श्री अजीत पाल सिंह ने 1000/रुपए प्रति कलाकार स्पॉन्सर कर सम्मानित किया गया।
इस कला प्रदर्शनी में प्रतिभागी सभी कलाकारों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस कला प्रदर्शनी में उपस्थित सभी अतिथिवृंद एवं कलाकारों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस कलामय माहौल में आकर ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे आप एक बहुत ही सुंदर और रम्य स्थान में आ गए हों और स्वयं भी इसी माहौल में रंग गए हो। उन्होंने एपीजे एजुकेशन की ललित कलाओं को जीवंत एवं समृद्ध बनाए रखने की परंपरा की भूरि-भूरि प्रशंसा की। डॉ सुचरिता ने इस कार्यक्रम की सफलता में अपना योगदान देने के लिए कार्यक्रम प्रभारी डॉ अनिल गुप्ता, डॉ अमिता मिश्रा, डॉ मनीषा शर्मा तथा मंचचालक डॉ सुनीत कौर एवं मैडम रजनी कुमार के प्रयासों की सराहना की। यह कला प्रदर्शनी 22 मार्च से लेकर 28 मार्च तक 10:00 बजे से 5:00 तक चलेगी।