न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (देश/विदेश)
देश: भारत सरकार ने बीते दिन इंडिया और म्यांमार के बीच मुक्त ट्रेवलिंग को खत्म कर दिया है। यह फैसला लेते हुए केंद्रीय ग्रह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मंत्रालय ने भारत-म्यांमार के बीच फ्री मूवमेंट रिजीम (FMR) को खत्म करने का फैसला लिया है। इससे दोनों देशों के बीच बॉर्डर के पास रहने वाले लोगों की फ्री मूवमेंट बंद हो गई है। दरअसल मुक्त आवाजाही व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय सीमा के दोनों ओर रहने वाले लोगों को बिना वीजा के एक-दूसरे के क्षेत्र में 16 किलोमीटर अंदर तक यात्रा करने की अनुमति देती थी। लेकिन अब यह व्यवस्था खत्म कर दी गई है।
इस मामले में जानकारी देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट कर कहा है कि “पीएम मोदी का संकल्प है कि हमारी सीमाएं सुरक्षित हों। इसलिए गृह मंत्रालय ने फैसला लिया है कि देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और उत्तर पूर्वी राज्यों की जनसांख्यिकीय संरचना को बनाए रखने के लिए इस व्यवस्था को खत्म किया जाएग। भारत की आंतरिक सुरक्षा और नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों की डेमोग्राफी को बरकरार रखने के लिए यह फैसला किया गया है”।
बता दें कि इससे पहले अमित शाह ने असम में 20 जनवरी को ऐलान किया था कि भारत-म्यांमार के बीच बॉर्डर की फेंसिंग की जाएगी। यह निर्णय गृहमंत्री अमित शाह के उस बयान के दो दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत म्यांमार के साथ लगती पूरी 1,643 किलोमीटर लंबी सीमा पर बाड़ लगाएगा और सुरक्षाबलों के लिए गश्ती ट्रैक भी बनाया जाएगा।
बता दें कि फरवरी 2021 में पड़ोसी देश म्यांमा में सैन्य तख्तापलट के बाद उसके 31,000 से अधिक लोगों ने मिजोरम में शरण ली। इनमें से ज्यादातर लोग चीन राज्य से हैं। वहां के कई लोगों ने मणिपुर में भी शरण ली है। पिछले साल मिलिशिया समूह पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ) के साथ भीषण गोलीबारी के बाद भारत से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तैनात म्यांमा के दर्जनों सैनिक भी मिजोरम भाग आए थे। बाद में उन्हें उनके देश वापस भेज दिया गया था।