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जालंधर: सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एंड पॉलिटेक्निक ने डॉ. किरपाल सिंह भुल्लर के नेतृत्व में ई-वेस्ट मैनेजमेंट पर जागरूकता सत्र आयोजित किया, जिसमें सभी स्टाफ सदस्य और छात्र मौजूद थे। सत्र के प्रमुख वक्ता, प्रोजेक्ट मैनेजर बिपन सुमन ने ई-वेस्ट मैनेजमेंट पर प्रकाश डाला। ई-वेस्ट में कंप्यूटर, स्मार्टफोन, टी.वी और उपकरणों जैसे त्यागे गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं।
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इन उपकरणों में सीसा, पारा और कैडमियम जैसे जहरीले पदार्थ होते हैं, जो हमारी मिट्टी, पानी और हवा को दूषित कर सकते हैं यदि उनका उचित तरीके से निपटान नहीं किया जाता है। प्रख्यात वक्ता ने पर्यावरण में कम ई-वेस्ट पैदा करने के लिए तरीकों पर भी चर्चा की।
अंत में निदेशक डॉ. किरपाल सिंह भुल्लर ने साझा किया कि पहल एन.जी.ओ के साथ एम.ओ.यू प्रक्रिया चल रही थी और जल्द ही पूरी हो जाएगी। उन्होंने समाज की भलाई के लिए एन.जी.ओ के प्रयासों की सराहना की और सत्र का समापन किया। इस पहल पर समूह के चेयरमैन अनिल चोपड़ा ने इस प्रकार के आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित किया।