



अनेक नवीन गतिविधियों के बीच शेक्सपियर और जेन ऑस्टेन का किया गया साक्षात्कार
न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट
जालंधर: शहर के कन्या महाविद्यालय (स्वायत्त) ने साहित्य और जीवन की सूक्ष्म संवेदनाओं का जश्न मनाते हुए लिटमैनिया-25 (रचनात्मकता की स्तुति) का आयोजन किया। इस उत्सव का आयोजन पीजी डिपार्टमेंट ऑफ इंग्लिश द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्राचार्य प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी उपस्थित थीं। उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की दुनिया में तकनीकी विशेषज्ञता के साथ-साथ भावनात्मक बुद्धिमत्ता, आध्यात्मिक जागरूकता और नैतिक आत्म-विकास की भी अत्यधिक आवश्यकता है – ऐसे गुण जिन्हें साहित्य गहराई से विकसित कर सकता है।
वहीं कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य महोदया ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कन्या महाविद्यालय निरंतर ऐसे समृद्ध आयोजन आयोजित करने का प्रयास करता है जो छात्राएँ अपनी रचनात्मकता को व्यक्त करने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज के युवाओं को साहित्य के साथ गहरा जुड़ाव विकसित करना चाहिए और लिटमैनिया जैसे मंच इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल विद्यार्थियों को साहित्य के मनोरम क्षेत्र में डुबो देते हैं बल्कि उनकी कल्पनाशील क्षमताओं को भी महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाते हैं, जिससे अधिक समग्र बौद्धिक विकास का मार्ग प्रशस्त होता है।
कार्यक्रम की शुरुआत साक्षात्कार सत्र के साथ हुई। साक्षात्कार के दौरान उल्लेख करने योग्य कुछ उल्लेखनीय हस्तियां विलियम शेक्सपियर और जेन ऑस्टेन थीं। कार्यक्रम में अंग्रेजी साहित्य पर आधारित प्रदर्शनों की एक श्रृंखला शामिल थी जैसे एनिमल फार्म की पुस्तक समीक्षा, रोमियो और सेली जैसे काल्पनिक पात्रों के पत्र, सिंड्रेला, एटिकस फिंच और स्काउट फिंच जैसे पात्रों को पत्र। छात्रों द्वारा केस स्टडीज, कविता पाठ और कई अन्य प्रस्तुतियां भी दी गईं। प्राचार्य प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने कार्यक्रम की संयोजक, डॉ. मधुमीत, प्रमुख, पीजी डिपार्टमेंट ऑफ इंग्लिश को साहित्य को समर्पित इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी।

