ज़िला सलाहकार समिति की मीटिंग: जून में ख़त्म हुई तिमाही के लिए निश्चित लक्ष्यों और नतीजों की समीक्षा की
न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट
जालंधर: ज़िला सलाहकार कमेटी/ ज़िला स्तरीय समीक्षा समिति की आज तिमाही समीक्षा मीटिंग दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ( ज) मेजर डॉ . अमित महाजन ने बैंकों को कृषि और सहायक धंधो एंव छोटे कारोबार के लिए खुलदिली के साथ कर्ज़ देने को कहा। यहां ज़िला प्रशासकीय काम्प्लेक्स में मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने बैंकों को कहा कि कृषि और सहायक धंधो के लिए अधिक से अधिक कर्ज़ देने के इलावा पराली के सभ्यक प्रबंधन के लिए मशीनरी की खरीद के लिए भी किसानों को कर्ज़ दिया जाए। साल 2024- 25 सालाना कर्ज़ योजना की 30 जून को ख़त्म हुई तिमाही के लिए निश्चित गए लक्ष्यों और नतीजों की समीक्षा करते अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने बैंकों की कारगुज़ारी पर संतोष व्यक्त करते कर्ज़े और सी.डी. रेशो के निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बैंकों को और सक्रियता के साथ काम करने की हिदायत की।
वहीं एल.डी.एम.एम. एस. मोती ने ज़िले में काम करते सभी सरकारी, सहकारी और ग़ैर सरकारी बैंकों की कारगुज़ारी का लेखा-जोखा मीटिंग में रखते बताया हुए कि बैंकों ने जून 2024, तिमाही के लिए माने गए तरजीही क्षेत्र के 4270 करोड़ रुपए के कर्ज़ लक्ष्य के सामने 6757 करोड़ रुपए के कर्ज़े दिए है जो कि लक्ष्य का 158 प्रतिशत है। कृषि क्षेत्र के कर्ज़े के 1113 करोड़ रुपए के लक्ष्य के सामने 1442 करोड़ रुपए के कर्ज़े मंज़ूर किए गए, जो कि इस तिमाही के कुल लक्ष्य की 130 प्रतिशत प्राप्ति है। उन्होंने बताया कि जून तिमाही के अंत तक कुल कर्ज़े 9738 करोड़ रुपए के बाँटे गए है।
उन्होंने बताया कि इस तिमाही में सीडी रेशो 34. 41 % रही है, जिस पर अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर ने संतोष व्यक्त करते इसमें ओर सुधार लाने के लिए अधिक से अधिक लाभपात्रियों को कर्ज़े देने के लिए कहा। मीटिंग में रिज़र्व बैंक आफ इंडिया चंडीगढ़ से एल.डी.ओ. यश भारदवाज, पंजाब एंड सिंध बैंक के ज़ोनल मैनेजर, बैंकों के ज़िला प्रतिनिधियों, ज़िला उद्योग केंद्र, रूडसैट इंस्टीट्यूट, जालंधर, ज़िला कृषि और किसान भलाई, डेयरी विकास, मछली पालन, बाग़बानी, नाबार्ड, चंडीगढ़ और अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।