न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (जालंधर/एजुकेशन)
जालंधर: शहर के पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र पंजाब के अमृतसर और गोइंदवाल साहिब की शैक्षिक यात्रा पर निकले। ऐतिहासिक शिक्षा, सांस्कृतिक विसर्जन और व्यक्तिगत विकास का मिश्रण प्रदान करने के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई यात्रा की देखरेख तीन समर्पित शिक्षकों: मोनिका शर्मा, रूही अरोड़ा और श्रीमती शालू चोपड़ा द्वारा की गई थी। पहला पड़ाव गुरुद्वारा गोइंदवाल साहिब था, जहां छात्रों ने इसके ऐतिहासिक महत्व के बारे में जाना, जिसकी स्थापना तीसरे सिख गुरु, गुरु अमर दास ने की थी।
उन्होंने निस्वार्थ सेवा और सामुदायिक जीवन के मूल सिख सिद्धांतों का अनुभव करते हुए लंगर में भाग लिया। इसके बाद छात्रों ने भारतीय इतिहास के एक महत्वपूर्ण स्थल जलियांवाला बाग का दौरा किया। उन्होंने एक लघु फिल्म देखी जिसमें नरसंहार से पहले की घटनाओं, जनरल डायर के तहत ब्रिटिश सेना द्वारा की गई क्रूरता और इस नरसंहार का भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर गहरा प्रभाव बताया गया था। इस दृश्य कथा ने इस जगह के ऐतिहासिक महत्व के बारे में उनकी समझ को गहरा कर दिया। इसके बाद छात्र हरिमंदर साहिब गए, जिसे स्वर्ण मंदिर भी कहा जाता है, जहां उन्होंने इस प्रसिद्ध सिख मंदिर के शांत और पवित्र वातावरण का अनुभव किया।
अंत में छात्र अमृतसर में स्थानीय बाजारों में भी गए, जहां उन्होंने पारंपरिक पंजाबी सामानों की खरीदारी की और स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लिया, जिससे उनकी शैक्षिक यात्रा में एक सांस्कृतिक आयाम जुड़ गया। यात्रा ने एक सर्वांगीण अनुभव प्रदान किया, जिसमें ऐतिहासिक शिक्षा को सांस्कृतिक विसर्जन के साथ जोड़ा गया, जिससे छात्रों की अपनी विरासत की समझ और सराहना पर स्थायी प्रभाव पड़ा।
वहीं अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सम्मानित सदस्य और कॉलेज के प्राचार्य प्रो.डॉ. पूजा पराशर ने शैक्षिक भ्रमण के सफल आयोजन के लिए विद्यालय प्रभारी सुषमा शर्मा के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की यात्राएं और दौरे न केवल युवा दिमाग को शिक्षित करते हैं बल्कि उन्हें इस तरह ताजगी से भर देते हैं कि वे अधिक दृढ़ विश्वास और प्रतिबद्धता के साथ काम करते हैं और सीखते हैं।