
अपने आप में बड़ा सवाल बने सब्जी मंडी में बने ये अवैध शेड, मंडी मार्केट कमेटी कर रही अनदेखी
NEWS360BROADCAST
जालंधर:(करन शर्मा)These illegal sheds in the vegetable market become a big question in themselves, the Mandi Market Committee is ignoring: जिले की सबसे बड़ी सब्जी मंडी मकसूदा के अंदर करोड़ों रुपए की जगह पर आढ़तियों द्वारा अवैध शेड बनाए हुए हैं। जिन पर मंडी मार्केट कमेटी के कर्मचारी पूरी तरह से मेहरबान हैं और इन पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। जबकि मंडी मार्केट कमेटी की तरफ से बनाए गए शैडों के साथ भी कब्जे कर लिए गए हैं। 1 साल पहले मंडी मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने इन कब्जों को हटवाने की कोशिश भी की लेकिन नहीं हटवा सके। क्योंकि इन कब्जों के पीछे राजनेताओं का हाथ है और मंडी के अंदर पार्टी बाजी के चलते किसी का काम भी नहीं हो सकता।
नई शेड बनने के बाद मंडी मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने 700 से अधिक सब्जी विक्रेताओं को लाइसेंस जारी किए थे, लेकिन अब 1000 से अधिक सब्जी विक्रेता मंडी में काम कर रहे हैं। जिनके पास लाइसेंस नहीं है और उनकी वसूली कौन कर रहा है। इस बारे में किसी को जानकारी नहीं जबकि इस बारे में मंडी मार्केट कमेटी के अधिकारियों को पता है। इसी तरह मंडी में बनी अवैध शेड पहले मंडी मार्केट कमेटी के दफ्तर के सामने बनाई गई थी और उसके बाद पूरी मंडी में धीरे-धीरे कब्जा होते गया। सूत्रों के अनुसार इन कब्जाधारियों से मंडी मार्केट कमेटी के कुछ कर्मचारियों को मोटे पैसे भी जाते हैं और जो अवैध फड़िया मंडी के अंदर लगी हुई है वहां से भी वसूली की जा रही है।
वहीं इस बारे में डीएमओ अरविंदर सिंह ने कहा कि उन्हें इस मामले के बारे में जानकारी नहीं है और वह मंडी मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी से जानकारी हासिल करेंगे। गौरतलब है कि जिस जगह पर डीएमओ अरविंदर सिंह का ऑफिस है। उसके बिल्कुल सामने ही सब्जी की फोटो पर अवैध शेड तैयार की गई हैं और उनका कहना है कि उन्हें जानकारी नहीं है।
वहीं मंडी मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी सुरेंद्र ने बताया कि मंडी में बनी हुई अवैध शैडों को लेकर उन्होंने आढ़तियों को नोटिस जारी किया हुआ है।