APJ कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स में चल रहे इंटरनेशनल डिजाइन वीक का हुआ समापन

न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (जालंधर/एजुकेशन)

जालंधर के एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में आठवें इंटरनेशनल डिजाइन वीक के समापन समारोह का शानदार आयोजन किया गया। “NO Tomato” एड एजेंसी नीदरलैंड के सीनियर आर्ट डायरेक्टर बुडी लुनेन का अभिनंदन करते हुए प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने कहा कि यह हमारे विद्यार्थियों की खुशकिस्मती है कि डिजाइन के क्षेत्र में प्रतिष्ठित इंटरनेशनल डिजाइनर के साथ उन्हें काम करने का मौका मिला है और निश्चित रूप से बुडी का मार्गदर्शन उनके मौलिक विचारों, रचनात्मकता पर निश्चित रूप से अपना प्रभाव डालेगा।

बुडी लूनेन ने इंटरनेशनल डिजाइन वीक के दौरान कालेज के विद्यार्थियों के साथ अपना अनुभव सांझा करते हुए कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि मैं डिजाइन वीक का हिस्सा बन सका निश्चित रूप से विद्यार्थी मेहनती प्रतिबद्ध, रचनात्मक सोच वाले हैं एवं उनमें लचीलापन भी है यानी अगर उनको उनकी गलती के बारे में बताया जाता है तो वह उसे सीखने को प्रस्तुत रहते हैं। डिजाइन थिंकिंग के अंतर्गत जिन मॉडलज़ को विद्यार्थियों ने वास्तविक रूप दिया है वह निश्चित रूप से दिव्यांग लोगों की ज़िंदगी आसान बनाने में कारगुजार होंगे एवं विद्यार्थी अपने इन आइडिया को बिजनेस प्लान के रूप में विकसित कर अपने भविष्य को भी सुरक्षित कर सकते हैं।

डिजाइन वीक में उन्होंने विद्यार्थियों को दिव्यांग लोगों को मिलने, उनकी समस्याओं को जानने एवं उसके हिसाब से माॅडल बनाने के लिए प्रेरित किया था जो उनकी जिंदगी को आसान बना सके, 200 विद्यार्थियों के 16 ग्रुप में इस थीम पर दिन-रात सोच विचार करके काम किया और विद्यार्थियों ने बहुत ही रचनात्मक मॉडल बनाकर प्रस्तुत किए जो वास्तव में बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य था। प्रथम स्थान पर आने वाले विद्यार्थियों सिमरतपाल, दिवांशी, इशिता,कंचन, कुशल, नीति ,नित्या एवं तेगबीर ने दृष्टि से अंधे लोगों के लिए खुशबू के साथ रंगों को पहचानने का मॉडल बनाया यानी गुलाब की खुशबू से प्रेरित लाल रंग, द्वितीय स्थान पर आने वाले गुरविंदर, अनमोलप्रीत, मन्नत,भावना, अमनप्रीत, मनप्रीत, प्रभजोत, राघव, इशिता,लक्ष्य एवं वंशिका ने न देख सकने वाले लोगों के लिए ऐसे शूज का मॉडल बनाया जिसमें सेंसर लगा होता है यानी कि रास्ते में कोई अड़चन आने से पहले ही सेंसर से वह लोग जान पाएंगे कि आगे रास्ता साफ नहीं है।

वहीं तृतीय स्थान पर आने वाले नंदिनी, सुकून, प्रगति, हर्षजीत, सिमरन चिराग प्रिया जसमीत निष्ठा एवं अनमोल ने लकवा के शिकार लोगों के लिए ऐसी छड़ी का निर्माण किया जोकि उनको चलने में सहायक होगी और जिसके नीचे भी सेंसर लगे हुए हैं ताकि कहीं ऊंची नीची जगह का वह आभास पहले ही पा सके और अपने आप को सुरक्षित रख सके। इसके अलावा विद्यार्थियों ने पार्किंसन,डाइमैंशिया एवं दिव्यांग लोगों की दिक्कतों के बारे में जानते हुए कई अन्य मॉडल भी बनाये। विजित विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर कॉलेज के विद्यार्थियों ने पंजाबी भांगड़ा भी डाला जिसमें बुडी लूनेन भी अपने आप को शामिल होने से न रोक सके। डिजाइन वीक के प्रतिभागी विद्यार्थियों की सृजनात्मकता की तारीफ करते हुए डॉ ढींगरा ने कहा कि मुझे लगता है कि इंटरनेशनल डिजाइन वीक का उद्देश्य सफल हुआ विद्यार्थी बहुत ही उत्साहित एवं डिजाइन के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने के लिए तैयार है। डिजाइन वीक के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए उन्होंने कार्यक्रम प्रभारी डिजाइन विभाग की अध्यक्ष मैडम रजनी गुप्ता मैडम रजनी कुमार की प्रयासों की सराहना की।

Related posts

PCM SD कॉलेज की छात्राओं ने “30 दिवसीय पर्यावरण चुनौती” को सफलतापूर्वक किया पूरा

HMV ने मनाया राष्ट्रीय पोषण सप्ताह

KMV ने “सिंगल यूज़ प्लास्टिक को अलविदा” विषय पर कार्यशाला का किया आयोजन