
भारत की समृद्धि का प्रतीक ‘ मॉडल
न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (संपादक ,सतपाल शर्मा ): Symbol of India’s prosperity’ model : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच से बने भारत के नए वर्ष के बजट में ‘सप्तऋषि’ मॉडल चर्चा का केंद्र बना है। वित्त मत्री निर्मला सीतारमण ने बजट के सात आधार बताए। इन्हें ‘सप्तऋषि’ कहा गया है।
1) समावेशी विकास।
2)वंचितों को वरीयता।
3)बुनियादी ढांचे और निवेश।
4)क्षमता विस्तार।
5) हरित विकास।
6) युवा शक्ति।
7) वित्तीय क्षेत्र।
भारत के विकास को सरकार ने बजट में 7 बिंदुओं पर समाहित किया है एवं पहले स्थान पर समावेशी विकास को रखा है तथा सबसे अंत में बिंदु पर वित्तीय क्षेत्र को वरीयता दी गई है। हर वर्ष बनाए जाने वाले बजट में सभी क्षेत्रों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। बजट से पहले मिडिल क्लास भारतीय इस बिंदु पर चर्चा करते हैं कि उनकी बचत किस प्रकार सुरक्षित की जाएगी। बजट के संबंध में कारपोरेट जगत अगले वित्तीय वर्ष की गतिविधियों पर विचार चर्चा में विलीन होता है। इसी बजट पर सियासी दलों का दृष्टिकोण समाज के उन वर्गों पर होता है जिनके जरिए किसी सरकार की गठन में मतदान अहमियत रखते हैं।
नए वित्तीय वर्ष के आम बजट में केंद्र सरकार ने मिडिल क्लास नागरिकों को आयकर की स्लैब में राहत प्रदान की एवं रेल ढांचे तथा राष्ट्रीय परियोजनाओं को नई ताकत देने की कोशिश की है। मेरे विचार में वर्ष 23-24 का बजट भारत की आर्थिक गतिविधियों तथा सामाजिक विकास को समृद्धि के पथ पर अग्रणी बनाएगा। बजट में सीमा क्षेत्रों के गांव में विकास को वरीयता दी गई है एवं पंजाब भारत के पाकिस्तान के क्षेत्रों से जुड़े अपने ग्रामीण स्थलों को केंद्र सरकार की प्राथमिकता के अनुसार विकास योजनाएं ला सकेगा। केंद्र सरकार की योजनाएं प्रदेश सरकार के साथ मिलकर अग्रणी रूप से लाखों की जाती हैं। आइए नए जोश और दुआओं के साथ सरकार के सप्त ‘ऋषिमॉडल’ के अनुसार आर्थिक विकास में अपनी भूमिका को सक्षम करें।