न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट(जालंधर/एजुकेशन)
जालंधर: शहर के डी.ए.वी. कॉलेज के “द इंग्लिश सेमिनार” अंग्रेजी विभाग ने “विश्व कहानी दिवस” मनाने के लिए एक कहानी प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार का अंग्रेजी संकाय और छात्रों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। विभागाध्यक्ष प्रो अर्चना ओबेरॉय ने पूरे अंग्रेजी विभाग की ओर से प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार का औपचारिक स्वागत किया। डॉ. राजेश कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कहानी सुनाना किसी कहानी के कथानकों को बताने या उजागर करने की एक कला है। यह सदियों से हमारी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा रहा है।
कहानियां हमें जीवन के बारे में अपने बारे में और दूसरों के बारे में सिखाती हैं। कहानी सुनाना छात्रों के लिए अन्य संस्कृतियों के प्रति समझ, सम्मान और प्रशंसा विकसित करने का एक अनूठा तरीका है और विभिन्न देशों, नस्लों और धर्मों के लोगों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा दे सकता है। इस प्रतियोगिता में विभिन्न विषयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपनी-अपनी अभिव्यक्ति के साथ कहानियाँ प्रस्तुत कीं। प्रतियोगिता का निर्णय दो निर्णायकों डॉ. कोमल अरोड़ा, अध्यक्ष, बॉटनी विभाग और प्रो.संदीपना शर्मा, अध्यक्ष, हिंदी विभाग द्वारा किया गया। निर्णय प्रतिभागियों की क्रिया, उच्चारण, प्रदर्शन और प्रस्तुति कौशल पर आधारित था। तुषार चड्ढा बीए द्वितीय वर्ष ने प्रथम स्थान प्राप्त, दिविशी वर्मा बीए द्वितीय वर्ष ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया, तृतीय पुरस्कार बीएससी की रिया अजरावत ने प्राप्त किया और बीए प्रथम वर्ष की निपुनजोत कौर ने प्रशंसा पुरस्कार जीता।
जालंधर: शहर के डी.ए.वी. कॉलेज के “द इंग्लिश सेमिनार” अंग्रेजी विभाग ने “विश्व कहानी दिवस” मनाने के लिए एक कहानी प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार का अंग्रेजी संकाय और छात्रों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। विभागाध्यक्ष प्रो अर्चना ओबेरॉय ने पूरे अंग्रेजी विभाग की ओर से प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार का औपचारिक स्वागत किया। डॉ. राजेश कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कहानी सुनाना किसी कहानी के कथानकों को बताने या उजागर करने की एक कला है। यह सदियों से हमारी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा रहा है।
वहीं कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. वरुण देव ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में डॉ. एस. के. तुली, प्रो. सोनिका दानिया, डॉ. एस.के खुराना, प्रो नरेश कुमार, डॉ. सीमा शर्मा, डॉ. प्रदीप कौर, डॉ. कोमल सोनी, प्रो गीतिका जैन, प्रो मनजीत सिंह, डॉ. बलविंदर सिंह, डॉ. साहिब सिंह, डॉ. सुनील ठाकुर, डॉ. कपिला महाजन, डॉ. सपना शर्मा, प्रो. गुरजीत सिंह, डॉ. हिना अरोड़ा, प्रो. कुलदीप खुल्लर, प्रो. पल्लवी, प्रो. गगनदीप कौर और प्रो. रूपप्रीत कौर उपस्थित रहे।