
IKGPTU में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए विशेष कार्यशाला आयोजित
न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (एजुकेशन न्यूज़ ,जालंधर/कपूरथला): Special workshop organized for electrical engineering students at IKGPTU :आई.के. गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई.के.जी पी.टी.यू) में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के स्टूडेंट्स के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई! इस कार्यशाला का विषय “औद्योगिक स्वचालन इसका दायरा और भविष्य” रहा! यह कार्यशाला इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा बी.टेक के छात्रों के लिए आयोजित की गई थी। इसमें बी.टेक (ई.ई) एवं एम.टेक. (ई.ई) के स्टूडेंट्स ने प्रेक्टिकल्स में भी भाग लिया! मोहाली स्थित वंडर ऑटोमेशन के ट्रेनिंग डिवीजन से आमंत्रित एक्सपर्ट्स (विशेषज्ञ) ने स्टूडेंट्स को विभिन्न प्रकार के मैथेड समझाए! विभाग के 60 से अधिक विद्यार्थियों ने इस कार्यशाला में उत्साह के साथ भाग लिया। विशेष रूप से विभाग के ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स के व्यावहारिक कौशल को बढ़ाने पर ध्यान दिया गया। आमंत्रित विशेषज्ञों ने विभिन्न औद्योगिक स्वचालन प्रणालियों की शुरूआत पर विचार-विमर्श किया एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता के वर्तमान पहलुओं में इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम को यूनिवर्सिटी के कुलपति श्री नीलकंठ एस. अवध, आईएएस, के नेतृत्व में करवाया गया! यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार डा. एस.के.मिश्रा ने छात्रों को औद्योगिक स्वचालन प्रणालियों में कम्प्यूटेशनल तकनीकों में हो रहे विभिन्न विकासों के बारे में बताने की जरूरत एवं महत्व के लिए इस आयोजन की सराहना की! डॉ. एसके मिश्रा ने इस कार्यशाला में भाग लेने के लिए छात्रों को बधाई दी और उन्हें भविष्य में भी अपने औद्योगिक कौशल के नियमित अद्यतन के लिए प्रेरित किया। यूनिवर्सिटी डीन अकादमिक डॉ. विकास चावला ने छात्रों को अपने भविष्य के पेशे में इस कार्यशाला के परिणामों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। विशेष रूप से उन्होंने छात्रों के लिए अधिक अनुभवात्मक ट्रेनिंग को बढ़ाने के लिए नियमित तौर पर ऐसी कार्यशालाओं के आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया। एक दिवसीय इस कार्यशाला के दौरान, औद्योगिक विशेषज्ञों ने प्रोग्रामिंग लॉजिक कंट्रोलर्स की शुरूआत की व्याख्या की, रिले पर उनकी खूबियों की तुलना भी की। कार्यशाला के दौरान सेंसर के साथ समन्वयित स्वचालन की आवश्यकता पर भी विस्तार से बताया गया। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. डा यादविंदर सिंह ने विभाग को नियमित आधार पर अपने छात्रों एवं संकाय सदस्यों के लिए ऐसी गतिविधियों का आयोजन करने की योजना से सभी को अवगत करवाया! अंत में प्रायोगिक किट के साथ सभी छात्रों की वास्तविक समय की भागीदारी के साथ कार्यशाला समाप्त हुई, जिसके माध्यम से सभी छात्रों ने प्रोग्रामिंग और विभिन्न परिणामों को सीखा। कार्यशाला प्रश्न उत्तर सत्र भी करवाया गया! कार्यशाला के कोर्डिनेटर डॉ. अखिल गुप्ता, सहायक प्रोफेसर रहे, जबकि विभाग की फैकल्टी डॉ. दीपिका भल्ला, डॉ नवीन कुमार शर्मा एवं अन्य स्टाफ ने छात्रों को प्रैक्टिकल करवाने एवं सफल समापन में सहयोग दिया। अंत में विभागाध्यक्ष प्रो बराड़ ने सभी का कार्यशाला को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया।