जालंधर के नासिर ने साउथ कोरिया में अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में भारत का प्रतिनिधित्व कर बढ़ाया देश का नाम

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जालंधर: पंजाब के जालंधर के बेटे नासिर खान ने साउथ कोरिया की राजधानी सीओल में एक बहुदेशीय अवलोकन अध्ययन मिशन कार्यशाला में भारत के साथ-साथ जालंधर और पंजाब का गौरव भी बढ़ाया है। यह कार्यशाला 30 सितम्बर से 2 October 2024 तक करवाई गई। जिसका विषय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उत्पादकता वृद्धि था। कार्यशाला का आयोजन एशियन प्रोडक्टिविटी आर्गेनाइजेशन (एपीओ) जापान द्वारा किया गया था। जिसमें भारत समेत अन्य 15 एशियाई देशों के 37 स्वास्थ्य देखभाल विशेषज्ञों ने भाग लिया। (एपीओ) द्वारा इस कार्यशाला में सभी 15 देशों के सदस्यों ने अपने देश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के बारे में जानकारी साझा की।

वहीं इसके साथ-साथ ही साउथ कोरिया के प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों का दौरा भी कराया गया। साथ ही कैंसर रिसर्च के बारे में भी जानकारी साझा की गई। इसके साथ ही साउथ कोरिया का कल्चर के बारे में भी बताया गया। इस दौरान नासिर खान ने कार्यशाला में स्वास्थ्य सेवा उद्योग को तेजी से विकसित करने के लिए दक्षता, नवाचार और उत्पादकता पर महत्वपूर्ण जोर दिया। उन्होंने कार्यशाला में बताया की बढ़ती उम्र की आबादी, पुरानी बीमारियों और आर्थिक बाधाओं से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने के लिए एआई, बिग डेटा, टेलीमेडिसिन और मूल्य-संचालित देखभाल मॉडल को एकीकृत करने की आवश्यकता है। श्री नासिर खान ने कहा की प्रौद्योगिकियां न केवल रोगी देखभाल को बेहतर बनाती हैं, बल्कि लागत भी कम करती हैं, स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच में सुधार करती हैं और विभिन्न स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में संचालन को सुव्यवस्थित करती हैं।

वहीं नासिर खान ने देश में 25 वर्ष से अस्पताल प्रबंधन के साथ साथ ब्रांड की उपस्थिति को बढ़ाना स्वास्थ्य सेवा संस्थानों के वित्तीय स्वास्थ्य को भी सुनिश्चित करने की विशेषज्ञता के साथ साथ अस्पतालों के लिए लाभ और हानि का प्रबंधन, संसाधन आवंटन को अनुकूलित करने और रोगी देखभाल से समझौता किए बिना लागत प्रभावी समाधान लागू करने तक विशेषज्ञता है।

नासिर इसके साथ-साथ ही प्राइवेट अस्पतालों के सलाहकार बोर्ड के सदस्य हैं और विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मुख्य सलाहकार भी हैं। इस कार्यशाला में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उत्पादकता वृद्धि में सुधार के लिए नई तकनीकों और उपायों पर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि भारत जैसे विकासशील देशों के लिए इस तरह की कार्यशालाओं का महत्व अत्यधिक है। उन्होंने कहा कि एशियाई देशों में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए आपसी सहयोग और आदान-प्रदान पर जोर देना चाहिए। इस मौके पर साउथ कोरिया एशियन प्रोडक्टिविटी आर्गेनाइजेशन के सीईओ डॉ, डाँग जिन ने नासिर खान को विशेष रूप से एशियन प्रोडक्टिविटी आर्गेनाइजेशन की तरफ से सर्टिफिकेट से सम्मानित किया और उनके द्वारा स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में किए गए कार्यों की सराहना की।

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