
किताबों से अच्छा कोई गुरु और कोई मित्र नहीं – प्राचार्य डॉ. जगरूप सिंह
जालंधर: मेहरचंद पॉलिटेक्निक कॉलेज के पुस्तकालय में आज प्राचार्य डॉ. जगरूप सिंह ने करीब 200 छात्रों को संबोधित कर किताबों के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हमारी किताबें हमारा खजाना हैं, मानवीय मूल्य का एक स्रोत हैं और यह एक उपहार है जिसे हम अपने जीवन में जितनी बार चाहें खोल सकते हैं। किताबें हमारे सपनों को सही ठहराने का काम करती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे कॉलेज के पुस्तकालय में हमारी विरासत, हमारे साहित्य और समाज और आत्मकथाओं सहित लगभग 50,000 किताबें हैं।
इन पुस्तकों का उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना है। इस अवसर पर उन्होंने कॉलेज के छात्रों के लिए एक नई योजना शुरू की “पढ़ें और प्राप्त करें” जो छात्र किसी भी विषय से संबंधित पुस्तक के कुछ पन्नों को पढ़ता है और उसके बारे में 10 पंक्तियाँ लिखता है, उसे लाइब्रेरी से एक पुस्तक या रजिस्टर फ्री दिया जाएगा। डॉ. जगरूप सिंह ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य छात्रों को किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने पुस्तकालय में नियमित रूप से आने वाले कुछ छात्रों को सम्मानित भी किया।