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जालंधर: मानव सहयोग स्कूल ने 1 और 2 मार्च को एक परिवर्तनकारी दो दिवसीय क्षमता-विकास कार्यशाला आयोजित करके शैक्षिक उत्कृष्टता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पुनः सशक्त किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षण पद्धतियों को उन्नत करना था, जिसमें नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 की प्रमुख पहलें जैसे ENGAGE पाठ योजना, विद्या प्रवेश (ECCE & FLN), और SAFAL मूल्यांकन रणनीतियां शामिल थीं।
इस कार्यशाला का नेतृत्व वॉयस ऑफ चॉइस, नई दिल्ली से आए अनुभवी प्रशिक्षक एम. पी. शर्मा और अभिषेक एस. ने किया। उन्होंने शिक्षकों को नवाचारपूर्ण तकनीकों से लैस किया, जिससे वे छात्र-केंद्रित और प्रभावी शिक्षण वातावरण तैयार कर सकें। इंटरैक्टिव सत्रों, व्यावहारिक गतिविधियों और समूह चर्चाओं के माध्यम से शिक्षकों ने कौशल-आधारित शिक्षण और प्रभावी मूल्यांकन तकनीकों पर महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कीं।
प्रधानाचार्या सपना कुमार ने विद्यालय की निरंतर पेशेवर विकास के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि शिक्षक छात्रों को प्रेरित करने और उनके समग्र विकास में योगदान देने के लिए पूरी तरह तैयार रहें। यह पहल मानव सहयोग स्कूल की शैक्षणिक उत्कृष्टता और समग्र शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।