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जालंधर: शहर के कन्या महाविद्यालय (स्वायत्त) पीजी कंप्यूटर साइंस एवं एप्लीकेशन्स विभाग ने कंप्यूटर क्लब के तत्वावधान में “स्मार्ट शिक्षा में उभरती टेक्नोलॉजियों की भूमिका” विषय पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया। यह व्याख्यान ग्राफिक एरा, देहरादून के कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. प्रभदीप सिंह द्वारा वर्चुअल रूप से प्रस्तुत किया गया। डॉ. प्रभदीप ने अपने व्याख्यान की शुरुआत स्मार्ट शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए की। उन्होंने उदाहरणों के साथ समझाया कि स्मार्ट शिक्षा के घटक क्या हैं। उन्होंने छात्रों के दृष्टिकोण से स्मार्ट शिक्षा की आवश्यकताओं के अनुरूप विभिन्न टेक्नोलॉजियों को सूचीबद्ध किया और बताया कि स्मार्ट शिक्षा की प्रक्रिया में छात्रों से विभिन्न पहलुओं पर प्रतिक्रिया प्राप्त करने और प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर छात्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए उपकरणों और टेक्नोलॉजियों का उपयोग किया जाता है।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट शिक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों में बेहतर सीखने को प्रोत्साहित करना है, जो कि रचनात्मक प्रतिक्रिया के माध्यम से प्राप्त होता है और जो भविष्यवाणी करने के साथ-साथ कुछ क्रियाओं की सिफारिश करने में मदद करता है जिन्हें किया जाना चाहिए। इसके बाद वक्ता ने चार नई युग की टेक्नोलॉजियों और यह कैसे शिक्षा को स्मार्ट बनाने में मदद करती हैं के बारे में विस्तार से बताया। ये टेक्नोलोजीयां हैं: क्लाउड कंप्यूटिंग, बिग डेटा, मशीन लर्निंग और फॉग कंप्यूटिंग। उन्होंने छात्रों को विभिन्न वास्तविक जीवन परिदृश्यों से परिचित कराया जिनमें इन स्मार्ट टेक्नोलॉजियों का उपयोग किया जा सकता है और छात्रों को कॉलेज या विश्वविद्यालय परिसर में न्यूनतम उपकरणों का उपयोग करके विभिन्न वास्तविक जीवन समस्याओं के लिए छोटे पैमाने के डेमो प्रोजेक्ट्स बनाने की सलाह दी।
अंत में उन्होंने एक उदाहरण के साथ समझाया कि कैसे ये चार टेक्नोलॉजियों एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं और इन टेक्नोलॉजियों की परतों के बीच डेटा कैसे प्रवाहित होता है। कुल 168 छात्रों ने पूरे उत्साह और जोश के साथ सत्र में भाग लिया। सत्र के अंत में छात्रों ने इस विषय पर किफायती और सुरक्षित तरीके से प्रोजेक्ट्स लेने के बारे में अपने सवाल पूछे, जिनका उत्तर डॉ. प्रभदीप ने प्रभावी ढंग से दिया। प्राचार्य प्रो. डॉ. अतीमा शर्मा द्विवेदी ने डॉ. सुमन खुराना, प्रमुख, पीजी कंप्यूटर साइंस एवं एप्लीकेशन्स विभाग और डॉ. रवि खुराना, इंचार्ज कंप्यूटर क्लब के प्रयासों की सराहना की और भविष्य में ऐसे सत्रों के आयोजन के लिए प्रेरित किया।