कहा- जिला स्तर पर हो प्राइवेट स्कूलों की मॉनिटरिंग
न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट (जालंधर/राजनीती)
जालंधर: पंजाब के प्राइवेट स्कूलों ने शिक्षा को एक कारोबार बना दिया है। एडमिशन के नाम पर पहले बच्चों के अभिभावकों से मोटी रकम वसूली जाती है, उसके बाद किताबों और अन्य सामान के नाम पर उन्हें चुन्ना लगाया जाता है। स्कूलों की इसी मनमानी के खिलाफ पंजाब विधानसभा में जालंधर सेंट्रल के विधायक रमन अरोड़ा ने आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि जालंधर सहित पंजाब भर के स्कूलों में दाखिलों का दौर शुरू हो चूका है और इसके साथ ही प्राइवेट स्कूलों की मनमानी का दौर भी शुरू हो गया है। जिससे अभिभावक परेशान है लेकिन उनके पास कोई हल नहीं है।
विधायक रमन अरोड़ा ने स्कूलों की इस मनमानी के खिलाफ आवाज उठाते पंजाब सरकार द्वारा इनके खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा ही स्कूलों की फीस तय की जाये। इसके साथ ही स्कूलों द्वारा किताबें और अन्य सामग्री स्कूल से लेने की स्कूल की मनमानी पर भी रोक लगाई जाये। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने भी प्राइवेट स्कूलों के लिए कुछ गाइडलाइन्स जारी की थीं, लेकिन उसके बाद भी स्कूलों की मनमानी कम नहीं हुई।
वहीं विधायक ने सरकार से आग्रह किया कि कम से कम जिला स्तर पर इन स्कूलों की मॉनिटरिंग की जाये ताकि इन प्राइवेट स्कूलों की लगाम कसी जाये। उन्होंने कहा कि सरकार को इन प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ कठोर कदम उठाने चाहिए। वहीं उन्होंने इन नियमों को न मानने वाले स्कूलों की मान्यता रद्द करने की बात कही।