सरकार ने शुरू किया संचार साथी नामक पोर्टल, इस्तेमाल कर बच सकते हैं साइबर फ्रॉड से, जानिए कैसे... - News 360 Broadcast
सरकार ने शुरू किया संचार साथी नामक पोर्टल, इस्तेमाल कर बच सकते हैं साइबर फ्रॉड से, जानिए कैसे…

सरकार ने शुरू किया संचार साथी नामक पोर्टल, इस्तेमाल कर बच सकते हैं साइबर फ्रॉड से, जानिए कैसे…

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दिल्ली:Government started a portal called Sanchar Saathi, you can avoid cyber fraud, know how…: लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने संचार साथी नाम का एक नया पोर्टल लॉन्च किया है। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यहां ‘संचार साथी’ नामक एक नागरिक केंद्रित पोर्टल लॉन्च किया। पोर्टल का उद्देश्य मोबाइल कनेक्शन और दूरसंचार से संबंधित विभिन्न सुधार और सेवाएं प्रदान करना है। नई सेवा https://sancharsaathi.gov.in पर देखी जा सकती है। इसके जरिए उपभोक्ता अपने मोबाइल कनेक्शन की जांच कर सकते हैं और मोबाइल के जरिए होने वाली ठगी से भी बच सकते हैं। इस पोर्टल के जरिए एक उपयोगकर्ता को पेपर-आधारित दस्तावेजों का उपयोग करके उसके नाम पर किए गए सभी मोबाइल कनेक्शनों की संख्या जांचने की सुविधा प्रदान की जाती है।इसके जरिए मोबाइल यूजर अपने चोरी हुए मोबाइल को तुरंत कहीं भी रहकर बंद करवा सकता है।

इस पोर्टल में निम्नलिखित बिंदु है, जिनका इस्तेमाल कर उपभोक्ता इस पोर्टल का लाभ उठा सकता है :_
*उपयोगकर्ता पोर्टल पर अपना मोबाइल नंबर दर्ज करता है और ओटीपी का उपयोग करके प्रमाणित करता है।
*सिस्टम पेपर-आधारित दस्तावेजों (जैसे आधार, पासपोर्ट आदि) के जरिए उसके नाम पर किए गए कुल कनेक्शन दिखाता है।
*सिस्टम उपयोगकर्ताओं को फ्रॉडुलेंट कनेक्शनों की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है।
*यह उपयोगकर्ताओं को उन कनेक्शनों को ब्लॉक करने की भी अनुमति देता है जो आवश्यक नहीं हैं।
*उपयोगकर्ताओं द्वारा रिपोर्ट करने पर, सिस्टम पुनर्सत्यापन प्रक्रिया को शुरू करता है और अंतत: कनेक्शन बंद कर दिए जाते हैं।

टेलीकॉम एसआईएम सब्सक्राइबर सत्यापन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फेस रिक्गनीशन से लैस प्रौद्योगिकी संचालित समाधान (एएसटीआर) का उपयोग करता है। लोग फर्जी/जाली दस्तावेजों का उपयोग करके प्राप्त मोबाइल कनेक्शन को साइबर फ्रॉड के लिए उपयोग करते हैं। अब इस समस्या को रोकने के लिए दूरसंचार विभाग ने एक कृत्रिम उपकरण- एएसटीआर विकसित किया है जो फर्जी/जाली दस्तावेजों का उपयोग करके जारी किए गए सिम की पहचान करता है। एएसटीआर चेहरे की पहचान और डेटा विश्लेषण के विभिन्न तकनीकों का उपयोग करता है। पहले चरण में पेपर आधारित केवाईसी के साथ कनेक्शन का विश्लेषण किया गया था।

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