KMV के ग्लोबल स्टैंडर्ड्स सिलेबस से छात्राएं हासिल कर रही हैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता

न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट

जालंधर: शहर के कन्या महा विद्यालय को मिले ऑटोनॉमस दर्जे के अंतर्गत शुरू किए गए रोज़गार वर्धक प्रोग्रेसिव प्रोग्रामों तथा पहलों की उल्लेखनीय सफलता की घोषणा करते हुए बेहद गर्व हो रहा है। इन प्रोग्रामों ने न केवल छात्राओं को सशक्त बनाया है बल्कि क्षेत्र के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस संबंध में ओर अधिक जानकारी देते हुए विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने कहा कि के.एम.वी. ने क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा में वैश्विक मानक प्रदान करने के लिए कई शैक्षणिक सुधार शुरू कर प्रगतिशील गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के एक नए युग की शुरुआत की है। यह पहल भारत सरकार की नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप पत्र दर्शन शैक्षिक सुधार हैं।

उल्लेखनीय है कि स्वायत्तता के तहत के.एम.वी. के सभी प्रोग्रामों में अपग्रेडिड सिलेबस को पूरे भारत की यूनिवर्सिटी से विषय विशेषज्ञों एवं इंडस्ट्री एक्सपट्र्स के की शिरकत वाली 140 सदस्यों की टीम के अमूल्य इनपुट द्वारा डिज़ाइन किया गया है। इन निर्णयों को अंततः कन्या महाविद्यालय की गर्वनिंग बॉडी तथा एकेडमिक काउंसिल द्वारा अनुमोदित किया गया जिसमें यू.जी.सी., गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी , पंजाब के शिक्षा मंत्रालय और देश भर के कई प्रतिष्ठित शिक्षाविदों के प्रतिनिधि शामिल हैं। के.एम.वी. की इन सभी पथ-प्रदर्शक पहलों को आर्य शिक्षा मंडल के अध्यक्ष चंद्र मोहन की अध्यक्षता में के.एम.वी. की गर्वनिंग बॉडी द्वारा प्रवानित किया गया है। चंद्र मोहन ने कहा कि के.एम.वी. उत्कृष्टता के एक प्रतीक के रूप में खड़ा है, जो दुनिया भर के अन्य शैक्षणिक प्रतिष्ठानों के लिए एक आदर्श है क्योंकि के.एम.वी. में हम एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां इनोवेशन, क्रिटिकल थिंकिंग और अकादमिक कठोरता हमारे शैक्षिक दर्शन की आधारशिला हैं।

उनका कहना है कि हमारा करिकुलम अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप गंभीरता से तैयार किया गया है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारी छात्राएं वैश्वीकृत दुनिया की चुनौतियों और अवसरों का सामना करने के लिए अच्छी तरह से तैयार हों। अपग्रेडिड सिलेबस के बारे में बताते हुए प्राचार्या जी ने कहा कि ऑटोनॉमी के अंतर्गत कन्या महा विद्यालय ने उद्योग प्रासंगिक प्रोग्राम एवं कौशल विकास मॉडल्स को शामिल करने के लिए अपने सिलेबस को नया रूप दिया है। इस पहल का उद्देश्य अकादमिक ज्ञान और इंडस्ट्री की ज़रूरतों के बीच के अंतराल को पूरा करना है। विभिन्न उभरते क्षेत्रों पर आधारित कोर्सेज़ की शुरुआत की गई है ताकि छात्राओं को समकालीन कौशल से लेस करने की प्रतिबद्धता को सुनिश्चित किया जा सके।

के.एम.वी. ने छात्राओं को वास्तविक दुनिया के बारे में जानकारी प्रदान करने के मकसद के साथ कई अग्रणी कंपनियों एवं संस्थाओं के साथ मजबूत साझेदारी भी की है। इन सहयोगों से इंटर्नशिप के अवसर और प्लेसमेंट ड्राइव भी छात्राओं के लिए बढ़े हैं जिससे उनकी रोज़गार क्षमता में भी काफी सुधार आया है। इसके साथ ही रोज़गार सृजन के लिए एंटरप्रेन्योरशिप के महत्व को पहचानते हुए छात्राओं में एंटरप्रेन्योरियल स्किल्स को बढ़ावा देने के लिए कन्या महा विद्यालय के द्वारा कई महत्वपूर्ण पहलकदमियां की गई है। अंडरग्रेजुएट स्तर पर सेमेस्टर पांचवा के में छात्राओं के लिए शुरू किए गए इनोवेशन, एंटरप्रेन्योरशिप एंड क्रिएटिव थिंकिंग/ जॉब रीडीनेस प्रोग्राम में उभरते हुए एंटरप्रेन्योर्स को मेंटरशिप, रिसोर्सेस तथा नेटवर्किंग के अवसर प्रदान किए जाते हैं।

ऑटोनॉमस दर्जे ने कन्या महा विद्यालय को अपनी प्लेसमेंट सेवाओं को मजबूत करने में भी सक्षम बनाया है। विद्यालय का प्लेसमेंट सेल छात्राओं को व्यापक करियर काउंसलिंग, रिज्यूम बिल्डिंग वर्कशॉपस, मॉक इंटरव्यू तथा जॉब फेयर जैसी सुविधाएं प्रदान कर रहा है। इन प्रयासों के परिणाम स्वरूप यू. एस. ए. की प्रतिष्ठित कंपनियों में शानदार वेतन पैकेज पर छात्राओं की इंटरनेशनल प्लेसमेंट संख्या में भी वृद्धि हुई है। के.एम.वी. के प्रोग्रेसिव प्रोग्राम्स कैंपस के बाहर भी छात्राओं को लाभान्वित करते हैं। समाज के पिछड़े हुए वर्गों के विकास के लिए भी संस्था के द्वारा कई कम्युनिटी आउटरीच प्रोग्राम्स शुरू किए गए हैं।

स्किल डेवलपमेंट वर्कशॉप्स, वोकेशनल ट्रेंनिंग प्रोग्राम्स तथा महिलाओं के लिए हेल्थ, हाइजीन एवं डिजिटल लिटरेसी जैसे जागरूकता अभियान निकटवर्ती कम्युनिटीज़ में चलाए गए हैं जिससे सकारात्मक बदलाव की लहर पैदा हुई है। शिक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिए के.एम.वी. ने निरंतर फैकेल्टी डेवलपमेंट की है। शिक्षकों को शोध करने एवं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंसिस में भाग लेने के लिए सदा प्रोत्साहित किया जाता है। प्रतिष्ठित संस्थानों के सहयोग से रिसर्च सेंटर्स की स्थापना ने शिक्षा के माहौल को और बेहतर बनाया है जिससे इनोवेशन एवं इंक्वायरी की संस्कृति को भी बढ़ावा मिला है।

छात्राओं ने ऑटोनॉमी के तहत कन्या महा विद्यालय के द्वारा की गई पहलों पर अपनी प्रशंसा व्यक्त की। अंतिम वर्ष की छात्रा प्राजंलि ने कहा नए कोर्सेज़ और इंडस्ट्री इंटरेक्शंस ने मुझे एक स्पष्ट कैरियर मार्ग दिया है। मैं जॉब मार्केट के लिए आशवस्थ और तैयार महसूस करती हूं। इसी तरह उभरती हुई एंटरप्रेन्योर जागृति ने कहा के.एम.वी. से समर्थन बहुमूल्य रहा है। मैं अब अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए तैयार हूं। प्रो. द्विवेदी ने अंत में कहा कि के.एम.वी. परिवर्तनकारी बदलाव के लिए सदा ही उत्प्रेरक रहा है जिसने छात्राओं और बड़े पैमाने पर समाज को महत्वपूर्ण लाभ पहुंचाया है। संस्था फ्यूचर लीडर्स को तैयार करने तथा अपने रोज़गार वर्धक और प्रगतिशील प्रोग्रामों के माध्यम से राष्ट्र की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।

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