
Cancer के इलाज में पहली बार बड़ी कामयाबी, सिर्फ एक दवा से मरीजों में पूरी तरह से हुआ खत्म
वाशिंगटन: कैंसर की बीमारी को लंबे समय से एक लाइलाज बीमारी माना जा रहा है, लेकिन रेक्टल कैंसर से जूझ रहे एक समूह के साथ एक चमत्कार हुआ है। रेक्टल कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए वैज्ञानिकों ने एक ऐसा दवा खोज निकाली है, जिसका 6 महीने तक सेवन करने से कैंसर 100 प्रतिशत ठीक हो जाता है। प्रयोग के तौर एक इलाज में मरीजों का कैंसर पूरी तरह ठीक हो गया और उन्हें नया जीवन मिल गया। इस छोटे से क्लिनिकल ट्रायल में 18 मरीजों को शामिल किया गया था।
क्लिनिकल ट्रायल के नतीजों ने मेडिकल जगत को किया हैरान
जानकारी के मुताबिक क्लिनिकल ट्रायल में शामिल होने वाले मरीज काफी लंबे समय से कैंसर की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए लंबे और तकलीफदेह इलाजों से गुजर रहे थे जैसे कीमोथेरेपी, रेडिएशन और सर्जरी। यह 18 मरीज ये सोचकर इस क्लिनिकल ट्रायल में शामिल हुए कि यह उनके इलाज का अगला चरण है। हालांकि क्लिनिकल ट्रायल के बाद इन मरीजों को यह जानकर हैरानी हुई कि अब उन्हें आगे किसी भी इलाज की जरुरत नहीं हैं। ट्रायल के इन नतीजों ने मेडिकल जगत को हैरान कर दिया है।
कैंसर के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
आपको बता दें कि डोस्टरलिमैब एक ऐसी दवा है कि जो लैब में तैयार किए गए अणुओं से बनाई गई है। यह दवा मरीज के शरीर में सब्स्टीट्यूट एंटीबॉडीज की तरह काम करती है। रेक्टल कैंसर के सभी मरीजों को एक ही दवा दी गई थी। इलाज का नतीजा यह हुआ कि 6 महीने के बाद सभी मरीजों का कैंसर पूरी तरह ठीक हो गया जिसका एंडोस्कोपी जैसे फिजिकल टेस्ट में भी डिटेक्ट नहीं किया जा सका। न्यूयॉर्क के मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर के डॉ लुइस ए डियाज जे ने कहा कि यह कैंसर के इतिहास में पहली बार हुआ है।