
करोड़ों रुपए का सेब गोदामों और बगीचों में खराब होने का डर, बरसात के कारण शिमला के रास्ते हुए बंद
न्यूज़ 360 ब्रॉडकास्ट :(जालंधर) सेब का सीजन जोरों पर हैं। लेकिन कुदरती कहर के कारण शिमला की 80 फीसदी सड़कें पूरी तरह से पहाड़ गिरने और रोड टूटने के कारण बंद हो गई है। जिस कारण शिमला से पंजाब आने वाले सेबों पर संकट मंडराने लग गया है। बरसात के कारण कई रोड बह चुके हैं और जिन ट्रकों में सेब लदे हुए है वे रास्ते में ही खड़े हैं। बागवान खराब सड़कों की वजह से गोदाम से बाहर ही सेब नहीं निकाल पा रहे हैं। एपल बेल्ट जुब्बल कोटखाई के विधायक रोहित ठाकुर ने बताया कि उनके क्षेत्र में मुख्य सड़क के अलावा 80 फीसदी सड़कें बंद पड़ी हैं। इससे सेब को मंडियों तक पहुंचाना मुश्किल हो गया है। सरकार से मांग की कि डिविजन को पर्याप्त बजट देकर सभी सड़कों को जल्द बहाल किया जाए। गुम्मा-बाघी सड़क, निहारी गड़ावग, कुरी मोहली, कुरी खरयाना, बलोग पजेई, क्वालटा, घनासीदार, बाघी खदराला, जराशली सड़क, नेराघाटी, चैथला-नागपुर और महासू सड़कें बंद हैं। जानकारी के अनुसार शिमला के अधीन आते कई गांवों में 95 फीसदी गांवों में सेब की खेती होती है। शिलारू, माहौरी, शर्मला, रहीघाट-टिंगर-टनकोटी, लगाल, धर्मपुर, मझधार, कराणा, केलवी, नागजुब्बड़, क्यारा, नंगलदेवी-कनोग-धमांदरी जहां से सेब पंजाब में सप्लाई होने हैं। सभी मार्गअवरूद्ध हैं।